कानपुर 8 अप्रैल। गांव में निवास न करने के कारण काटे गए नाम से नाराज होकर प्रधान पद के उम्मीदवार ने अपने साथियों संग बीएलओ का काम देख रहे हैं सहायक अध्यापक को न केवल ढेर कर गाली गलौज की बल्कि बंधक बनाने के साथ ही सादे कागजों पर दस्तखत कराए और एक फर्जी वीडियो भी बना लिया घटना की जानकारी होने पर परिजनों ने स्थानीय पुलिस से संपर्क कर बंधक बीएलओ को सकुशल छुड़वाने के बाद उनको घर वापस ले आया यह घटना बिधनू ब्लॉक के ग्राम भारू की है। इस संबंध में ड्यूटी पर तैनात बीएलओ समेत अन्य लोग जिला अधिकारी से संपर्क कर सुरक्षा की मांग करेंगे।
बताया जाता है कि पंचायत चुनाव को ध्यान में रखते हुए पिछले दिनों विधनू ब्लॉक में जांच पड़ताल की गई थी जिसमें गांव में निवास न करने के कारण शेखर सिंह राणा समय 42 लोगों के नाम काट दिए गए थे। वहीं शहर में निवास कर रहे शेखर सिंह राणा ने पंचायत चुनाव आते ही न केवल गांव पहुंचे बल्कि उन्होंने प्रधान पद के प्रत्याशी के रूप में पर्चा दाखिल कर दिया। वही प्रधान पद के प्रत्याशी शेखर सिंह राणा को जब यह जानकारी हुई कि उनका नाम कटा है तो उन्होंने आवास विकास हंस पुर नौबस्ता के रहने वाले आनंद प्रकाश अवस्थी जोकि अध्यापक हैं और मौजूदा समय में बिधनू ब्लॉक में बीएलओ का काम देख रहे हैं को शेखर सिंह राणा समेत करीब 200 लोगों ने उन्हें न केवल घेर लिया बल्कि गाली गलौज करते हुए नाम काटे जाने का आरोप लगाते हुए उन्हें बंधक बना लिया और सादे कागजों पर दस्तखत कराने के साथ ही एक फर्जी वीडियो भी बना लिया। इस बात की जानकारी होने से घबराए परिजन इसी तरह आनंद प्रकाश अवस्थी को छुड़ाने के लिए मौके पर पहुंच गए और उन्होंने बिधनू थाने की चौकी मझावन पुलिस से संपर्क कर उन्हें सब कुशल छुड़ाया और कानपुर शहर ले आए इस घटना से परेशान सहायक अध्यापक एवं बीएलओ का काम देख रहे हैं आनंद प्रकाश अवस्थी ने अन्य लोगों से संपर्क कर जिलाधिकारी से मिले और जान माल की सुरक्षा किए जाने के साथ ही प्रधान पद के प्रत्याशी शेखर सिंह राणा समेत अन्य लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर कार्यवाही करने की मांग की है।s