कानपुर। कोविड-19 के बढ़ते मामले को देखते हुए कानपुर जिला प्रशासन ने शहर के कुछ निजि अस्पतालो को कोरोना वैक्सीन लगाने के लिये चिन्हित किया ,लेकिन कुछ अस्पतालो में वैक्सीन न होने के कारण वैक्सीन नही लग पा रही है। जिला प्रशासन द्वारा वैक्सीन लगाने की प्रक्रिया पूरी तरह से ध्वस्त होती नजर आ रही है।
कानपुर जिलाधिकारी आलोक तिवारी ने शहर के कुछ चुन्निदा अस्पतालो जिनमें पाण्डु नगर स्थित द्विवेदी हाॅस्पिटल, द पनेशिया असप्ताल, सर्वेादय नगर स्थित रीजेंसी हाॅस्पिटल समेत कुछ अन्य अस्पातलो को कोरोना वैक्सीन लगाने के लिये अधिकृत किया गया था,लेकिन कुछ अस्पतालो में वैक्सीन न होने के कारण किसी का नया पंजीकरण नही किया जा रहा है। जो निर्धारित शुल्क लेकर उन्हें वैक्सीन की बात कही गयी वह भी वैक्सीन न होने के कारण वैक्सीन लगाने की व्यवस्था ध्वस्त होती नजर आ रही है। शहर में बढ़ते कोरोना के मरीज और मृत्यु दर में बढ़ोत्तरी फिर से एक बार पुनः लाकडाउन की तरफ ले जाने में लगी है। जिला प्रशासन केवल कागजो तक सिमट कर रह गया है और लोग इस महामारी से लडने में लगे हुए है जबकि इसे निपटने के लिये वैक्सीन रूपी हथियार ही नही है। अब सवाल यह है कि कोरोना से सावधानी रखने के लिये मास्क और सैनिटाइजर है, लेकिन जो कोरोना की चपेट में आकर अस्पताल में भर्ती है उनको न तो समय से इलाज मिल रहा है और जो भर्ती होने आ भी रहे है उनके लिये कोई भी बेड की व्यवस्था नही है।s