दीपू के भाई ने कहा कि हत्याकांड के समय दीपू घर पर था परिवार को भी फंसाने की रची जा रही साजिश
उजियारीपुरवा नबाबगंज में हुए दोहरे हत्याकांड में आरोपित दीपू निषाद के भाई अधिवक्ता प्रदीप कुमार निषाद ने एक प्रेस वार्ता में आरोप लगाते हुए कहा कि दीपू निषाद जो कि वर्तमान में जिला पंचायत सदस्य तथा 2017 में विधानसभा का चुनाव लड़ चुके हैं । कानपुर का गौरव कहे जाने वाले वीएसएसडी कॉलेज के छात्र संघ अध्यक्ष रहे है ।इसी के साथ यहां पर प्रदीप कुमार निषाद ने बताया कि दीपू समय-समय पर गरीबों और पीडितो की मदद करते रहते हैं इस कारण उनकी राजनैतिक प्रतिद्वंदी उनसे ईर्ष्या रखते हैं ।दीपू निषाद समाज के हैं और निषाद समाज, दलित, पिछड़ों की मदद को आगे रहते हैं । सर्व समाज के लोगों के लिए भी दीपू आगे रहते हैं। बाढ़ पीड़ितों की मदद से लेकर कोरोना काल में जरुरतमंदों को भोजन एवं अन्य सामग्री उपलब्ध कराने जैसी तमाम ऐसी बातें हैं जो कि दीपू के राजनैतिक प्रतिद्वंदियों की आंख में कांटे की तरह चुभती है। प्रेस वार्ता के दौरान प्रदीप कुमार निषाद ने बताया कि जिस समय हत्या का घटना क्रम हुआ ठीक उसी समय से बहुत समय पहले दीपू घर पर आ गए थे और शाम से लेकर अर्ध रात्रि तक घर पे ही रहे । अर्धरात्रि में पुलिस ने दीपू को नीचे बुलाया। जिस पर दीपू घर पर से नीचे उतर कर पुलिस के पास गए और तभी पुलिस ने दीपू को जीप में बैठा लिया। इसके बाद उन पर हत्या का झूठा आरोप मढ़ा गया ,जिसमें उनके साथ कुछ लोगों का नाम भी है।जबकि दीपू उनके साथ थे ही नहीं वो घर पर ही थे। यहां देखने वाली बात ये है की हत्या के समय दीपू निषाद जब अपने घर पर ही मौजूद था तो वो हत्या जैसे कुकृत्य में कैसे शामिल हो सकता है। अधिवक्ता प्रदीप कुमार निषाद ने मांग करते हुए कहा है कि दीपू की मोबाइल लोकेशन तथा आसपास के लोगों की गवाही के आधार पर यह बात सिद्ध हो जाएगी कि दीपू घर पर ही थे।अधिवक्ता प्रदीप कुमार निषाद ने मांग की घटना सीबीसीआईडी जांच कराई जाए तथा जो मुजरिम है उन्हें कठोर से कठोर सजा दिलवाई जाए । इसी के साथ अधिवक्ता प्रदीप कुमार निषाद ने कहा कि जो व्यक्ति मृतक है उनका नाम राजकुमार है उसके खिलाफ दर्जन भर से ज्यादा आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं ।जिसमें हत्या के प्रयास जैसे मुकदमें तथा गुंडा एक्ट भी शामिल है। लेकिन फिर भी मैं और मेरा पूरा परिवार उनके परिवार के प्रति सहानुभूति रखता है। अधिवक्ता प्रदीप निषाद ने कहा कि उसके तथा उसके परिवार को भी फंसाने के लिए षड्यंत्र रचा जा रहा है। अतः वह सरकार से मांग करता है कि उसके परिजनों व उसकी जान माल की रक्षा की जाए। पूरे मामले की सीबीसीआईडी जांच करवा ली जाए। जिससे कि निर्दोष दीपू को न्याय मिल सके।