कानपुर । कोरोना वायरस के खिलाफ चल रहे अभियान जनता कर्फ्यू में लोग बढ़चढ़ कर भाग ले रहे हैं। घरों से बाहर रहने वाले लोगों ने एक दिन पहले ही खाने का इंतजाम कर लिया और रविवार को उससे ही काम चला रहे हैं। होली के त्यौहार में घरों में बने मिष्ठान भी ’जनता कर्फ्यू’ में घर में रहने वाले लोगों को आनंद दे रहे हैं।
हिन्दुस्तान के इतिहास में 22 मार्च का दिन अपनी जगह बनाने जा रहा है। आज पूरा देश ’जनता कर्फ्यू’ मना रहा है। देश के हर कोने से प्रधानमंत्री के इस मुहिम के समर्थन में आवाज आ रही है। कोरोना वायरस से लड़ाई के लिए देश का हर नागरिक तैयार है और यही कारण है कि आज सभी लोग घरों में रहकर अपनों के साथ समय बिता रहे हैं। इस कर्फ्यू से थोड़ी परेशानी उन लोगों को जरूर हो रही है जो अपने घरों को छोड़कर बाहर नौकरी कर रहे हैं और होटल, रेस्टोरेंट, ढाबों आदि में खाना पीना करते हैं। ऐसे लोगों ने भी इस लड़ाई को लड़ने और जीतने की ठान रखी है। इटावा जिले से कानपुर में रहकर प्राइवेट नौकरी करने वाले सुभाष ने बताया कि जब से यह वायरस देश में आया है सभी इससे भयभीत हैं। देश के प्रधानमंत्री ने लोगों से एक दिन के लिए घरों में रहने की अपील की है और इस अपील को स्वीकार करके हम उनके साथ हैं।
उन्होंने बताया कि वो बाहर खाना खाते थे, लेकिन आज सब होटल बंद हैं। जिसको लेकर वो घर से आईं गुझियों से काम चला रहे हैं। इसी तरह झांसी के रहने वाले रमन ने बताया कि इस लड़ाई को लड़ने के लिए वो पहले से ही तैयारी कर रखी थी। शनिवार को ही देर रात को उन्होंने खाद्य सामग्री का इंतजाम कर लिया था और आज उससे काम चला रहे हैं। लगातार इस मुहिम में आईं लोगों की सकारात्मक प्रतिक्रिया से प्रधानमंत्री की अपील को सफल होते देखा जा रहा है।
हिन्दुस्तान के इतिहास में 22 मार्च का दिन अपनी जगह बनाने जा रहा है। आज पूरा देश ’जनता कर्फ्यू’ मना रहा है। देश के हर कोने से प्रधानमंत्री के इस मुहिम के समर्थन में आवाज आ रही है। कोरोना वायरस से लड़ाई के लिए देश का हर नागरिक तैयार है और यही कारण है कि आज सभी लोग घरों में रहकर अपनों के साथ समय बिता रहे हैं। इस कर्फ्यू से थोड़ी परेशानी उन लोगों को जरूर हो रही है जो अपने घरों को छोड़कर बाहर नौकरी कर रहे हैं और होटल, रेस्टोरेंट, ढाबों आदि में खाना पीना करते हैं। ऐसे लोगों ने भी इस लड़ाई को लड़ने और जीतने की ठान रखी है। इटावा जिले से कानपुर में रहकर प्राइवेट नौकरी करने वाले सुभाष ने बताया कि जब से यह वायरस देश में आया है सभी इससे भयभीत हैं। देश के प्रधानमंत्री ने लोगों से एक दिन के लिए घरों में रहने की अपील की है और इस अपील को स्वीकार करके हम उनके साथ हैं।
उन्होंने बताया कि वो बाहर खाना खाते थे, लेकिन आज सब होटल बंद हैं। जिसको लेकर वो घर से आईं गुझियों से काम चला रहे हैं। इसी तरह झांसी के रहने वाले रमन ने बताया कि इस लड़ाई को लड़ने के लिए वो पहले से ही तैयारी कर रखी थी। शनिवार को ही देर रात को उन्होंने खाद्य सामग्री का इंतजाम कर लिया था और आज उससे काम चला रहे हैं। लगातार इस मुहिम में आईं लोगों की सकारात्मक प्रतिक्रिया से प्रधानमंत्री की अपील को सफल होते देखा जा रहा है।