कानपुर:सुल्तानुल हिन्द हज़रत ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती सन्जरी अजमेरी रजि अल्लाहो अन्हु की बारगाह मे खिराजे अक़ीदत पेश करने के लिए तन्ज़ीम बरेलवी उलमा-ए-अहले सुन्नत के ज़ेरे एहतिमाम छठा सालाना 6 रोज़ा इजलास जशने ग़रीब नवाज़ का दूसरा जलसा जामिया नूरिया मदीनतुल उलूम मुस्तफा नगर मछरिया मे हुआ जिसकी सरपरस्ती सुन्नी जमीयतुल उलेमा उत्तर प्रदेश के सदर हज़रत अल्लामा मुफ्ती मोहम्मद इलियास खाँ नूरी व सदारत तन्ज़ीम के सदर हाफिज़ व क़ारी सय्यद मोहम्मद फ़ैसल जाफ़री ने की तन्जीम के सेक्रेट्री मौलाना आदिल रज़ा अज़हरी ने शहंशाहे हिन्दुस्तान हज़रत ख्वाजा ग़रीब नवाज़ का जिक्र करते हुए कहा ख्वाजा गरीब नवाज़ मक्का शरीफ पहुँचने के बाद मदीना मुनव्वरा नबी करीम सललल्लाहु अलैहे वसल्लम के रौज़े अनवर पर हाजिर हुए और कई दिन तक आप वहीं रहे एक दिन रौजे़ अनवर से आवाज आई कि मुईनुद्दीन को बुलाया जाए आस्ताना के खादिम ने वहॉ मौजूद ज़ायरीन व आशिकाने रसूल से पूछा कि मुईनुद्दीन किसका नाम है तो उसके जवाब मे कई आवाज़े आईं कि आप किस मुईनुद्दीन को बुला रहे हो यहॉ तो इस नाम के बहुत से लोग हैं खादिम फिर लौटकर आस्ताना पर आए दोबारा रौजे पाक से आवाज़ आई कि मुईनुद्दीन चिश्ती को बुलाया जाए ख्वाजा गरीब नवाज़ की कैफियत अजीबो गरीब हो गई आप दरूद पाक पढ़ते हुए रौज़े अनवर पर बा अदब खड़े हो गए अन्दर से आवाज़ आई ऐ कुतुबुल मशाईख अन्दर आ जाओ फिर आप दीवानगी के आलम मे अदब व एहतिराम को साथ अन्दर हाजिर हुए आपकी किस्मत बेदार हो गई कि हालते बेदारी मे पैगम्बरे इस्लाम के चेहरे अनवर के दीदार हो गए पैगम्बरे इस्लाम ने फरमाया मुईनुद्दीन तू हमारे दीन का मददगार है तुझे हिन्दुस्तान जाना होगा वहॉ एक जगह अजमेर है फिर आप हिन्दुस्तान तशरीफ लाए और आकर परचमे इस्लाम बुलंद किया मदरसा के मुदर्रिस मौलाना इसराईल क़ादरी ने भी ख्वाजा गरीब नवाज़ की जिन्दगी पर रोशनी डाली इससे पहले जलसे का आगाज़ तिलावते कुरान पाक से हाफिज़ मोहम्मद उस्मान ने किया और निज़ामत हाफिज़ मोहम्मद ज़ीशान ने की गुफरान,रज़ा,उस्मान रज़ा,मोहम्मद सुहैल ने नात पाक पेश की जलसा सलातो सलाम व दुआ के साथ खत्म हुआ इस मौके पर मौलाना मोहम्मद मेराज,हाफिज़ मोहम्मद मन्सूर,सूफी अक़ील अज़हरी,डा. निसार अहमद सिद्दीक़ी,इम्तियाज़ भाई,मोहम्मद अबसार,राशिद अली,सलीम भाई,शाहिद भाई आदि लोग मौजूद थे!
तन्ज़ीम बरेलवी उलमा-ए-अहले सुन्नत के ज़ेरे एहतिमाम जश्ने गरीब नवाज़ का दूसरा जलसा मछरिया में संपन्न