--------तन्ज़ीम की जानिब से फातिहा ख्वानी व मुल्क मे अमन व सलामती की दुआ की गई ----------
कानपुर:सुल्तानुल हिन्द अताए रसूल हिन्दल वली हज़रत ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती सन्जरी अजमेरी हसनी हुसैनी रजि अल्लाहु अन्हु के 808 वॉ उर्स मुबारक पर पिछले सालो की तरह इस साल भी तन्ज़ीम बरेलवी उलमा-ए-अहले सुन्नत की जानिब से अमन की चादर अजमेर शरीफ़ ख्वाजा ग़रीब नवाज़ की दरगाह मे चादर पेश की जाएगी जिसको आज चमनगंज मोहम्मद अली पार्क से रवाना की गई इस मौके पर एस पी वेस्ट डा.अनिल कुमार व चमनगंज थाना प्रभारी राज बहादुर सिह भी चादर शरीफ मे शामिल रहे इससे पहले फातिहा ख्वानी का एहतिमाम किया गया सलातो सलाम का नज़राना पेश किया गया जिसमे काफ़ी तादाद मे अक़ीदतमंद हाजिर हुए तन्ज़ीम के सदर हाफिज़ व क़ारी सैयद मोहम्मद फ़ैसल जाफरी,हाफिज़ वाहिद अली रज़वी,हाफिज़ फुज़ैल अहमद,हाफिज़ मोहम्मद ज़ुबैर ने क़ुरआन पाक की तिलावत की और मुल्क की तरक्क़ी,खुशहाली अमन व सलामती की दुआ गरीब नवाज़ के वसीले से की गई मस्जिद सईदाबाद के पेश इमाम मौलाना असरार अहमद बकाई ने कहा कि ख्वाजा गरीब नवाज़ ने हिन्दुस्तान मे मज़हबे इस्लाम का परचम बुलन्द किया उनके आस्ताने मे हर मज़हब के लोग रोज़ाना हाजिरी देकर मन्नतें व मुरादें माँगते है जो उनके करम से पूरी होती हैं उर्स के मौक़े पर तो बहुत ही अलग नज़ारा देखने को मिलता है वहाँ कई लाख लोग हाजिर होते है तन्ज़ीम के सदर हाफिज़ सैयद मोहम्मद फैसल जाफरी ने कहा बुज़ुर्गाने दीन ने हमेशा इन्सानियत की बात की हमेशा हक़ बात बोली इसमे पीछे नही रहे क्यो कि उनके ऊपर अल्लाह पाक की खुसूसी निगाहे करम रहती हैं और जो लोग बुज़ुर्गो से निस्बत रखते है उनके बताए रास्ते पर चलते है वह हर जगह कामयाब रहते हैं नबी करीम सललल्लाहु अलैहे वसल्लम ने ख्वाजा गरीब नवाज़ को मज़हबे इस्लाम की तबलीग करने के लिए हिन्दुस्तान भेजा जिसको उन्होने अपने इख्लाक़ व किरदार से फैलाया आज हर मज़हब के लोग गरीब नवाज़ से अक़ीदत रखते है अपने मकानो व दुकानो मे उनकी दरगाह का नक्शा लगाए हुए है उनका मानना है कि इनके दर से कोई खाली नही जाता यह सबकी मुरादें पूरी करते हैं चादर शरीफ को सभी लोगो ने बोसा लेकर चूमा इस मौक़े पर मौलाना ज़हूर आलम अज़हरी,क़ारी आदिल अज़हरी,हयात ज़फ़र हाशमी,हाजी हस्सान अज़हरी,मोहम्मद इलियास गोपी,ज़मीर खान,मोहम्मद ईशान,जियाउद्दीन,मोहम्मद खालिद,रिजवान हुसैन,हाजी बासित परवेज़,मोहम्मद आबिद,एहसान अहमद निज़ामी,उरूज आलम आदि लोग मौजूद थे!