कानपुर। नागरिकता संशोधन कानून को लेकर पूरे देश के लोगों में गुस्सा और कुछ भ्रांतियां हैं। जिसके चलते कई जगहों पर लोगों ने हिंसा करके अपना विरोध जताया। इसी कड़ी में कानपुर में भी पिछले दो दिनों तक बवाल भी हुआ,जिसके चलते जिला प्रशासन के आदेश पर जिला सूचना कार्यालय द्वारा एक पंपलेट जारी किया गया है। डीएम विजय विश्वास पंत ने मंगलवार को बताया कि,इस पंपलेट में साफ तौर पर यह कहा गया है कि भारत के अल्पसंख्यकों विशेषकर मुस्लिम समुदाय का सीएए से कोई अहित नहीं है। सीएए से देश के नागरिकों की नागरिकता पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। यह कानून किसी भी भारतीय हिंदू, मुसलमान,सिख आदि को प्रभावित नहीं करेगा। इस अधिनियम के तहत पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश में धार्मिक उत्पीड़न के कारण वहां से आए हिंदू, ईसाई, सिख,पारसी, जैन और बौद्ध धर्म को मानने वाले शरणार्थियों को भारत की नागरिकता दी जाएगी जो 31 दिसंबर 2014 से ही भारत में रह रहे हो साथ ही जो केवल इन 3 देशों के धर्म के आधार पर प्रताड़ित किए गए हो।
नागरिकता संशोधन कानून की भ्रांतियों को दूर करने को लेकर जारी किया पंपलेट