---------------------तन्ज़ीम बरेलवी उलमा-ए-अहले सुन्नत की मर्कज़ी हुकूमत से माँग ----------------
कानपुर:केन्द्र सरकार द्वारा नागरिकता संशोधन बिल (एन आर सी) को संसद भवन मे पास किये जाना यह सरासर संविधान के खिलाफ है और इसमे मुसलमानो के खिलाफ एक साजिश है यह बिल हिन्दु मुस्लिम एकता को तोड़ने वाला बिल है लिहाज़ा केन्द्र सरकार को चाहिए कि वह इस बिल को सिरे से खारिज करे और हिन्दुस्तान के करोड़ो नागरिको को रोज़गार दें यह बाते तन्ज़ीम बरेलवी उलमा-ए-अहले सुन्नत की चमनगंज मे हुई बैठक मे तन्ज़ीम के सदर हाफिज़ व क़ारी सैयद मोहम्मद फ़ैसल जाफरी ने कहीं तन्ज़ीम के सरपरस्त-ए-आला मौलाना सैयद मोहम्मद अकमल अशरफी की सदारत मे हुई मीटिंग मे हाफिज़ फैसल ने आगे कहा कि भारत सरकार के ग्रहमंत्री अमित शाह द्वारा जो बिल लोकसभा मे पेश किया उसमे साफतौर पर लिखा है कि हिन्दु,जैन,सिख,बौध,ईसाई इन सबको नागरिकता दी जाएगी अगर इनके पास नही है लेकिन मुसलमानो को नही दी जाएगी आखिर ऐसा क्यों?क्या इस देश की आज़ादी मे मुसलमानो ने कुर्बानियाँ नही दी? इस तरह की बातो संविधान की धज्जियाँ उड़ा रही हैं ग्रहमंत्री जी हिन्दु मुस्लिम की राजनीति करना बंद कर दें और देश की तरक्की के बारे मे सोचें देश के करोड़ो नागरिक जो कि बेरोज़गार है उनको रोज़गार देने की सोचेंं जो कारोबार बंद पड़े हैं उनको चालू करने की फिक्र करें वरना यह देश तबाह व बर्बाद हो जाएगा और मुसलमानो की कुर्बानी को भुलाने वाले कभी फायदे मे नही रहे आज आपकी सत्ता है तो इसका मतलब यह नही कि आप धर्म की राजनीति करें आपको इस देश मे रहने वाले हर धर्म के लोगो को एक ही नज़र से देखना होगा भेदभाव किसी के साथ नही होना चाहिए जो कि अल्लाह को बुरा लगे हाफिज़ फैसल ने आगे कहा कि अगर मुसलमानो के साथ भेदभाव की स्थिती देखने को मिली तो हम लोग सड़को पर उतरने को बाध्य होंगे हाफिज़ फैसल जाफरी के साथ मौलाना नय्यरूल क़ादरी,मौलाना मुहिब रज़ा हबीबी,मौलाना ज़हूर आलम,मौलाना हस्सान क़ादरी,हयात ज़फर हाशमी,डा. ज़फर खाँ,हाफिज़ फुज़ैल अहमद रज़वी, हाफिज़ शौकत अजहरी,कारी आदिल अजहरी,हाफिज़ वाहिद अली रज़वी,तन्वीर रज़ा बेग,हाजी हस्सान अज़हरी, जियाउद्दीन अज़हरी,अहमद रज़ा अज़हरी,महबूब गुफरान अज़हरी,हैदर अली,वसीमुल्लाह रज़वी,कमालुद्दीन,ज़मीर खाँ,मोहम्मद ईशान,रईस पहलवान,इकबाल मीर खाँ,सैयद शाबान,शाहनवाज़ अन्सारी,मोहम्मद तारिक़,मोहम्मद मोईन जाफरी ने भी इस बिल को खारिज करने की माँग की है!